वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />२४ अगस्त २०१४,<br />अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा<br /><br />प्रसंग:<br />हमारी अनुचित होशियारी क्यों?<br />मन अपनी ही चालाकियां में क्यों उलझ जाता हैं?<br />मन इतनी चालाकियां क्यों करता है?<br />मन की चालाकियों से कैसे बाज़ आएं?
